दोहरीघाट नगर अश्वमेघ महायज्ञ की तैयारी के लिए सज धज रहा है , आयोजन समिति दिन रात एक करके लगा हुआ है , मातृ भक्तो आना शुरू हो चुका है
मातेशवरी परिवार की तरफ से ये पंचम अश्वमेघ महायज्ञ होने जा रहा है ,ये बहुत ही ऐतिहासिक क्षण है।अश्वमेध महायज्ञ से राष्ट्र को एक नयी चेतना मिलती है। आपको ज्ञात होगा अश्वमेध महायज्ञ जब होते है तो राष्ट्र में कोई महत्वपूर्ण घटना होती है ये तो सर्व विदित है। अयोध्या में प्रभु राम की चार सौ वर्षो से अधिक समय के लम्बे वनवास के बाद प्रभु राम आये है ये अश्वमेघ महायज्ञ ये उस उपलब्धि की एक मिसाल है ,अश्वमेघ महायज्ञ अध्यात्मिकता को बढावा देने के साथ ही सामुहिक उत्थान का भी प्रतीक है ,इस महायज्ञ से लोगो के अन्दर जाति पाति की भावना समाप्त होती है।
ये महायज्ञ लगभग दो किलोमीटर के परिक्षेत्र में फैला हुआ है ,आयोजन समिति से बात करने पर पता चला है ,कि अब तक 10 हजार से उपर लोगो ने हवन कुण्ड का निर्माण कर लिया है,